अमेरिका में शटडाउन! जानिए क्या है इसका मतलब और कैसे प्रभावित होंगी सरकारी सेवाएं
अमेरिका में 6 साल बाद पहली बार शटडाउन हो गया है। ट्रंप सरकार फंडिंग बिल पास कराने में नाकाम रही, जिसके चलते करीब 8 लाख फेडरल कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं। जानिए इसका असर किन सेवाओं पर होगा।

अमेरिका में 1 अक्तूबर से नया वित्त वर्ष शुरू होता है, लेकिन इस बार फंडिंग बिल पास नहीं हुआ। मंगलवार देर रात 12:01 बजे से अमेरिका की फेडरल (केंद्रीय) सरकार शटडाउन हो गई। यह 6 सालों में पहला मौका है जब सरकार के खर्च पर ताला लग गया है।
सीनेट में ट्रंप सरकार की फंडिंग बढ़ाने वाला बिल बहुमत से पास नहीं हो सका। 55 वोट समर्थन में पड़े, जबकि 45 विरोध में। बिल पास होने के लिए 60 वोट जरूरी थे। डेमोक्रेटिक पार्टी ने आरोप लगाया कि ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी उनकी मांगों को मानने को तैयार नहीं हैं, जिसके कारण यह संकट पैदा हुआ।
शटडाउन क्या होता है?
सरकारी शटडाउन का मतलब है कि फंडिंग बिल पास न होने की वजह से सरकार के पास खर्च करने के लिए पैसा नहीं है। नतीजतन, गैर-आवश्यक माने जाने वाले विभागों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है और लाखों सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा जाता है।
इस शटडाउन का असर
करीब 40% यानी लगभग 8 लाख फेडरल कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर जा सकते हैं।
हेल्थ और ह्यूमन सर्विस डिपार्टमेंट ने 41% कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजने की तैयारी की है।
नेशनल पार्क, म्यूजियम और कई सरकारी वेबसाइटें बंद हो सकती हैं।
फूड सहायता प्रोग्राम, खान-पान निरीक्षण, केंद्र संचालित स्कूल और स्टूडेंट लोन जैसी सेवाओं पर असर पड़ेगा।
हवाई सेवाओं पर असर होगा, उड़ानें लेट हो सकती हैं।
हालांकि, कानून व्यवस्था, सीमा सुरक्षा, मेडिकल और हवाई सुरक्षा जैसी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।
अर्थव्यवस्था पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शटडाउन लंबे समय तक चलता है, तो इसका असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार दोनों पर दिख सकता है।