UKSSSC पेपर लीक का मास्टरमाइंड खालिद मलिक, चार अलग-अलग पहचान से किया आवेदन, आयोग ने किया ब्लैकलिस्ट
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी खालिद मलिक का बड़ा खुलासा हुआ है। उसने चार अलग-अलग पहचान से आवेदन किया था। जांच में पकड़े जाने के बाद आयोग ने उसे आजीवन प्रतिबंधित कर दिया है।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड खालिद मलिक निकला है। जांच में सामने आया है कि खालिद ने धोखाधड़ी के इरादे से चार अलग-अलग पहचान से ऑनलाइन आवेदन किया था। इन आवेदनों में पिता का नाम, मोबाइल नंबर और फोटो भी अलग-अलग दिए गए थे।
रविवार को आयोजित परीक्षा के दौरान तीन पन्नों का प्रश्नपत्र इंटरनेट मीडिया पर लीक हुआ था। इस घटना के बाद आयोग ने तुरंत जांच शुरू की। पुलिस पूछताछ में खालिद की बहन हिना ने बताया कि आरोपी ने पहले ही घर में कहा था कि उसने कई फार्म इसीलिए भरे हैं ताकि नकल की सेटिंग वाले केंद्र पर परीक्षा दे सके।
जांच में यह भी पता चला कि खालिद ने आठ अलग-अलग मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया था। जब आयोग ने इन नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की, तो अधिकांश नंबर या तो बंद मिले या किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड निकले। इससे आयोग का शक और गहरा गया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि खालिद ने अपने पुराने परिचित सहायक प्रवक्ता सुमन को व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र के तीन पन्ने भेजे थे। इसके बाद उत्तर उसकी बहन हिना के मोबाइल पर पहुंचाने की बात सामने आई।
सोमवार को आयोग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए खालिद मलिक को यूकेएसएसएससी की सभी आगामी परीक्षाओं से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया।
यूकेएसएसएससी के सचिव डॉ. एसके बरनवाल ने बताया कि खालिद ने चार अलग-अलग पहचान से आवेदन कर यह साबित कर दिया कि वह पहले से ही परीक्षा में फ्रॉड करने की तैयारी कर रहा था। इस मामले के खुलासे ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।