आतंकवादियों के परिवार को मैच फीस देने के फैसले से पाकिस्तान टीम विवादों में
एशिया कप 2025 फाइनल में हार के बाद पाकिस्तान टीम ने मैच फीस आतंकवादियों के परिवारों को देने का फैसला किया। कप्तान सलमान आगा के इस बयान से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।

एशिया कप 2025 फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर लगातार तीसरी बार शिकस्त दी और 9वीं बार खिताब अपने नाम किया। लेकिन हार के बाद पाकिस्तान टीम ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसने उसे विवादों में डाल दिया है।
दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने फाइनल मैच की पूरी फीस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए लोगों के परिवारों को देने का ऐलान किया है। कप्तान सलमान आगा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी टीम यह राशि “पाकिस्तान पर भारतीय हमलों से प्रभावित परिवारों” को देगी।
हालांकि, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सिर्फ आतंकी मारे गए थे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या पाकिस्तान क्रिकेट टीम आतंकवादियों के समर्थन में खड़ी है?
सलमान आगा का बयान
पाकिस्तान कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा—
“एक टीम के रूप में हम अपनी मैच फीस पाकिस्तान पर भारतीय हमलों में प्रभावित परिवारों और बच्चों को दान कर रहे हैं।”
इसके साथ ही आगा ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव और भारतीय टीम ने हाथ न मिलाकर “क्रिकेट का अपमान” किया है। उन्होंने दावा किया कि सूर्या ने निजी तौर पर उनसे पहले हाथ मिलाया था, लेकिन कैमरों के सामने ऐसा करने से बचते हैं।
आलोचना के घेरे में पाकिस्तान
पाकिस्तान टीम के इस कदम की आलोचना हो रही है। क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि एक राष्ट्रीय टीम का आतंकियों के परिवारों को समर्थन देना बेहद शर्मनाक और विवादास्पद है।
अब सवाल क्या है?
क्या पाकिस्तान टीम क्रिकेट के बहाने आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है?
क्या अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) इस पर कोई कदम उठाएगी?
फिलहाल यह मामला तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है और पाकिस्तान टीम के फैसले की दुनियाभर में निंदा हो रही है।